अलीगढ़ । एक भारी जद्दोजहद के बाद आखिरकार समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी जसवंत सिंह का पर्चा प्रशासन ने खारिज कर दिया । इतना ही नहीं इसके बाद भाजपा प्रत्याशी ने खुद को निर्विरोध विजयी घोषित कर लिया।आपको बता दें कि अलीगढ़ में भी स्थानीय प्राधिकारी निर्वाचन 2022 के चुनाव में भाजपा प्रत्याशी ऋषिपाल सिंह ने निर्विरोध विजयी होने का परचम लहरा दिया है। क्योंकि समाजवादी पार्टी के एमएलसी प्रत्याशी जसवंत सिंह के तीन प्रस्तावकों के सिग्नेचर फर्जी होने की आपत्ति लगने के बाद दो महिला प्रस्तावकों ने प्रशासन के अल्टीमेटम के बाद खुद सिग्नेचर सही साबित किए लेकिन तीसरे प्रस्तवक प्रमोद एक अल्टीमेटम के बाद भी कलेक्ट्रेट नहीं पहुंचे,जिसके चलते प्रशासन ने सपा प्रत्याशी का पर्चा खारिज कर दिया। जबकि सपा प्रत्याशी के अधिवक्ता ने इस पर आपत्ति जाहिर की है।
वहीं दूसरी तरफ भाजपा के एमएलसी प्रत्याशी ऋषिपाल सिंह ने खुद को निर्विरोध विजयी घोषित करते हुए कहा है कि ये जीत भाजपा और योगी सरकार की है। जिसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर में तमाम भाजपा के नेता पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं ने विक्ट्री का निशान दिखाते हुए यहां जमकर जश्न मनाया व नारेबाजी भी की।
इधर एडीएम सिटी राकेश कुमार मालपानी ने इस आशय की पुष्टि करते हुए बताया कि नामांकन की प्रक्रिया के मद्देनजर स्क्रूटनी प्रक्रिया कल से चल रही थी जबकि इसी दौरान भाजपा प्रत्याशी ने सपा प्रत्याशी के तीन प्रस्तावकों के सिग्नेचर पर आपत्ति जताई जिस पर समाजवादी पार्टी की ओर से दो महिला प्रत्याशियों को प्रस्तुत कर दिया। लेकिन तीसरे प्रस्तावक प्रमोद अल्टीमेटम के बाद भी अगले दिन यानी कि बुधवार को कलेक्ट्रेट में प्रस्तुत नहीं हुए तब सपा प्रत्याशी जसवंत सिंह का पर्चा खारिज कर दिया गया। एडीएम सिटी के अनुसार स्क्रूटनी प्रक्रिया के तहत गुरुवार को नाम वापसी का दिन है और उसके बाद ही अंतिम रिपोर्ट आगे भेजेंगे।
समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी का पर्चा खारिज कराकर सत्ता पक्ष ने इस चुनाव का पूरा मैच हांलाकि पहले से फिक्स कर दिया था ऐसा हम नहीं कहते बल्कि ये विपक्ष का आरोप है कि भोली भाली जनता इस पूरे सियासी घटनाक्रम को किस नजरिये से देखती है ये अलग बात है।
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